Section 22 BNS — Act of a Person of Unsound Mind

Section 22 BNS

प्रस्तावना भारतीय दंड कानून (Bharatiya Nyaya Sanhita – BNS) का मूल सिद्धांत है कि किसी भी व्यक्ति को दंडित तभी किया जा सकता है जब उसके पास अपराध करने का मानसिक तत्व (mens rea) मौजूद हो। यदि कोई व्यक्ति अपने कार्य की प्रकृति और उसके परिणाम को समझ ही नहीं पा रहा, तो उसके विरुद्ध … Read more

Section 21 BNS Act of a child above seven and under twelve years of age of immature understanding.

Section 21 BNS

प्रस्तावना भारतीय दंड संहिता (Bharatiya Nyaya Sanhita – BNS) समाज में न्याय और व्यवस्था बनाए रखने का मूल आधार है। इसमें अपराध और दंड से संबंधित स्पष्ट प्रावधान दिए गए हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण प्रावधान Section 21 BNS है, जो बच्चों द्वारा किए गए कार्यों की दंडात्मक जिम्मेदारी को स्पष्ट करता है।यह धारा यह … Read more