Section 22 BNS — Act of a Person of Unsound Mind

Section 22 BNS

प्रस्तावना भारतीय दंड कानून (Bharatiya Nyaya Sanhita – BNS) का मूल सिद्धांत है कि किसी भी व्यक्ति को दंडित तभी किया जा सकता है जब उसके पास अपराध करने का मानसिक तत्व (mens rea) मौजूद हो। यदि कोई व्यक्ति अपने कार्य की प्रकृति और उसके परिणाम को समझ ही नहीं पा रहा, तो उसके विरुद्ध … Read more