Section 29 BNS Exclusion of acts which are offences independently of harm caused.

Section 29 BNS

Section 29 BNS : ऐसे कृत्य जो स्वतंत्र अपराध हैं, भले ही सहमति हो भूमिका Section 29 BNS भारतीय दंड संहिता (Bharatiya Nyaya Sanhita – BNS) में विभिन्न धाराओं के माध्यम से अपराध और दंड की परिभाषा दी गई है। Section 29 BNS का विशेष महत्व है क्योंकि यह स्पष्ट करती है कि कुछ अपराध … Read more

Section 28 BNS Consent known to be given under fear or misconception.

Section 28 BNS

Section 28 BNS : भय या भ्रांति में दी गई सहमति (Consent known to be given under fear or misconception) भारतीय दंड संहिता (Bharatiya Nyaya Sanhita – BNS) के अंतर्गत Section 28 BNS एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रावधान है। यह धारा इस सिद्धांत पर आधारित है कि किसी भी व्यक्ति की सहमति तभी मान्य होगी जब … Read more

Section 27 BNS Act done in good faith for benefit of child or person of unsound mind, by, or by consent of guardian.

Section 27 BNS

परिचय भारतीय न्याय संहिता Section 27 BNS में अच्छे इरादे से किया गया कार्य एक महत्वपूर्ण कानूनी अवधारणा है जो विशेष परिस्थितियों में सुरक्षा प्रदान करती है। यह प्रावधान उन कार्यों को संरक्षण देता है जो बारह वर्ष से कम आयु के बालकों या मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों के कल्याण के लिए किए जाते … Read more

Section 23 BNS Act of a person incapable of judgment by reason of intoxication caused against his will.

Section 23 BNS

प्रस्तावना भारतीय न्याय प्रणाली का मूल उद्देश्य अपराध और अपराधी के बीच अंतर को स्पष्ट करना तथा न्यायपूर्ण दृष्टिकोण अपनाना है। दंड संहिता (BNS – Bharatiya Nyaya Sanhita) में कई प्रावधान ऐसे बनाए गए हैं, जो अपराध करते समय व्यक्ति की मानसिक स्थिति पर ध्यान केंद्रित करते हैं। इन्हीं प्रावधानों में से एक है Section … Read more

Section 20 BNS Act of a childunder sevenyears of age.

Section 20 BNS

परिचय : Section 20 BNS की भूमिका भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की जगह ली है। इसमें अपराध और दंड से जुड़े प्रावधानों को आधुनिक समय की आवश्यकताओं के अनुसार पुनर्लिखित किया गया है। Section 20 BNS एक महत्वपूर्ण प्रावधान है, जो बच्चों से संबंधित अपराध की जिम्मेदारी को परिभाषित … Read more

Section 19 BNS Act likely to cause harm, but done without criminal intent, and to prevent other harm.

Section 19 BNS

परिचय of Section 19 BNS भारतीय दंड संहिता (अब भारतीय न्याय संहिता – BNS) में अपराध के दायरे और उनकी व्याख्या को स्पष्ट करने के लिए कई विशेष प्रावधान दिए गए हैं। Section 19 BNS का महत्व इस दृष्टि से अत्यधिक है कि यह उन परिस्थितियों पर प्रकाश डालती है जहाँ किसी व्यक्ति का किया … Read more

Section 18 BNS Accident in doing a lawful act.

Section 18 BNS

परिचय of Section 18 BNS Section 18 BNS — जिसका मूल प्रावधान भारत के प्रचलित आपराधिक कानून में पूर्व में धारा 80 (IPC) के रूप में मिलता था — इस सिद्धांत का संक्षेप है कि हर अनपेक्षित हानिकारक परिणाम अपराध नहीं बनता यदि कृत्य वैध था, वैध तरीके से किया गया हो, और कर्ता ने … Read more

Section 16 BNS Act done pursuant to judgment or order of Court

Section 16 BNS

परिचय of Section 16 BNS भारतीय न्याय प्रणाली में न्यायालय के आदेश और निर्णय सर्वोपरि माने जाते हैं। यदि कोई व्यक्ति न्यायालय के आदेश या निर्णय का पालन करता है, तो उसे अपराध नहीं कहा जाएगा—even यदि बाद में यह पाया जाए कि न्यायालय के पास उस आदेश को पारित करने का अधिकार (Jurisdiction) नहीं … Read more

Section 15 BNS Act of Judge when acting judicially.

Section 15 BNS

प्रस्तावना of Section 15 BNS भारत एक विधि-प्रधान देश है, जहाँ न्यायपालिका लोकतंत्र का तीसरा स्तंभ मानी जाती है। न्यायपालिका के कार्य निष्पक्ष, स्वतंत्र और न्यायोचित हों, इसके लिए आवश्यक है कि न्यायाधीश अपने निर्णय और कार्य न्यायिक शक्तियों के अंतर्गत ही करें।इसी उद्देश्य से भारतीय न्याय संहिता, 2023 (BNS) की Section 15 BNS में … Read more

Section 14 BNS Act done by a person bound, or by mistake of fact believing himself bound, by law

Section 14 BNS

प्रस्तावना भारतीय न्याय संहिता (Bharatiya Nyaya Sanhita – BNS) 2023, भारतीय दंड संहिता (IPC) की जगह लागू की गई है। इसका उद्देश्य दंड विधि को अधिक सरल, आधुनिक और भारत की सामाजिक-कानूनी परिस्थितियों के अनुरूप बनाना है। इस संहिता की Section 14 BNS का संबंध उन कार्यों से है जो किसी व्यक्ति द्वारा इस विश्वास … Read more