Section 223 BNSS, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), 2023: शिकायतकर्ता की परीक्षा
Section 223 BNSS का उद्देश्य
Section 223 BNSS, भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 200 के समान है, लेकिन इसमें एक महत्वपूर्ण अंतर है: इसमें आरोपी को अपराध का संज्ञान लेने से पहले सुनवाई का अवसर देना अनिवार्य किया गया है। यह प्रावधान यह सुनिश्चित करता है कि आरोपी को आरोपों का सामना करने से पहले अपनी बात रखने का अवसर मिले, जिससे न्यायिक प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे।
See This :- Section 358 BNSS Power to proceed against other persons appearing to be guilty of offence.
Section 223 BNSS के प्रमुख प्रावधान
(1) शिकायतकर्ता और गवाहों की शपथ पर परीक्षा:
- मजिस्ट्रेट को शिकायतकर्ता और उपस्थित गवाहों से शपथ लेकर पूछताछ करनी होगी।
- पूछताछ का सार लिखित रूप में दर्ज किया जाएगा और सभी संबंधित पक्षों द्वारा हस्ताक्षरित किया जाएगा।
- आरोपी को सुनवाई का अवसर दिए बिना कोई संज्ञान नहीं लिया जा सकता।
Section 223 BNSS (2) सार्वजनिक सेवकों के खिलाफ शिकायतों पर अतिरिक्त शर्तें:
- यदि कोई सार्वजनिक सेवक अपने आधिकारिक कर्तव्यों के दौरान अपराध करता है, तो:
- उसे घटना की परिस्थितियों को स्पष्ट करने का अवसर दिया जाएगा।
- उसके वरिष्ठ अधिकारी से घटना की रिपोर्ट प्राप्त की जाएगी।
महत्वपूर्ण न्यायिक निर्णय
- दिल्ली उच्च न्यायालय (2025):
न्यायमूर्ति नीना बंसल कृष्णा ने स्पष्ट किया कि Section 223 BNSS के तहत मजिस्ट्रेट को शिकायतकर्ता और गवाहों की परीक्षा के बाद आरोपी को सुनवाई का अवसर देना अनिवार्य है। उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी को सुनवाई का अवसर देने से पहले कोई संज्ञान नहीं लिया जा सकता। Live Law - कर्नाटक उच्च न्यायालय (2024):
न्यायालय ने यह निर्णय लिया कि आरोपी को सुनवाई का अवसर देना केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। आरोपी को शिकायत, शपथ पत्र और गवाहों के बयान की प्रति प्रदान की जानी चाहिए, ताकि वह अपनी स्थिति स्पष्ट कर सके। Multilaw
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्रश्न 1: क्या धारा 223 BNSS के तहत आरोपी को सुनवाई का अवसर देना अनिवार्य है?
उत्तर: हां, यह अनिवार्य है। मजिस्ट्रेट को शिकायतकर्ता और गवाहों की परीक्षा के बाद आरोपी को सुनवाई का अवसर देना होगा, अन्यथा कोई संज्ञान नहीं लिया जा सकता।
प्रश्न 2: क्या सार्वजनिक सेवकों के खिलाफ शिकायतों पर भी यही प्रक्रिया लागू होती है?
उत्तर: हां, लेकिन सार्वजनिक सेवकों के खिलाफ शिकायतों पर अतिरिक्त शर्तें हैं। उन्हें घटना की परिस्थितियों को स्पष्ट करने का अवसर दिया जाता है, और उनके वरिष्ठ अधिकारी से घटना की रिपोर्ट प्राप्त की जाती है।
प्रश्न 3: क्या आरोपी को सुनवाई का अवसर देने से पहले कोई अन्य प्रक्रिया पूरी करनी होती है?
उत्तर: नहीं, आरोपी को सुनवाई का अवसर देने से पहले कोई अन्य प्रक्रिया पूरी नहीं करनी होती। यह प्रक्रिया सीधे शिकायतकर्ता और गवाहों की परीक्षा के बाद आती है।