Section 125 BNS Bharatiya Nyaya Sanhita,2023 Act Endangering life or personal safety of others

हेलो दोस्तों हम सभी जानते की हमरी Government ने हाल ही में कुछ कानूनों के नाम व Sections में बदलाव किया है। तो जो section 336 , 337 IPC Indian Penal Code था उसे बदल कर Section 125 BNS बना दिया गया है।

तो आप लोग जानना को इच्छुक होगये की इस Section 125 BNS में क्या क्या बदलाव हुए होगये और इस Section की क्या परिभाषा है अब और क्या हम इस Section लगने पर जमानत मिल सकती है या नहीं और इस Section में Punishment (सजा) कितनी हो सकती है।

तो जानने के लिए आप इस Section 125 BNS को पूरा पढ़िएगा ताकि आप की Knowledge बढ़ सके और आप आपने आप को इस तरह की धारा लगने से बचा सके।

What is Section 127 BNS ?

Act endangering life or personal safety of others (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कार्य)

जो कोई भी इतना लापरवाह या असावधान कार्य करता है कि मानव जीवन या दूसरों की व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालता है, उसे अधिकतम तीन महीने की जेल, अधिकतम दो हजार पांच सौ रुपये का जुर्माना, या दोनों का सामना करना पड़ता है। तथापि-

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Classification of offence (अपराध का वर्गीकरण)

संज्ञेय, जमानती, किसी भी मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय और प्रकृति में गैर-शमनीय होने के अलावा, इस प्रावधान के तहत सजा तीन महीने की जेल, दो हजार रुपये का जुर्माना या दोनों है।

(a) यदि नुकसान पहुंचाया जाता है, तो अधिकतम छह महीने की कैद, पांच हजार रुपये तक का जुर्माना या दोनों से दंडित किया जाएगा;

Section 125 BNS
nayakanoon.com

Classification of offence (अपराध का वर्गीकरण)

इस प्रावधान के तहत छह महीने की जेल, पांच हजार रुपये का जुर्माना या दोनों का प्रावधान है। यह किसी भी मजिस्ट्रेट द्वारा संज्ञेय, जमानती और विचारणीय है, और जिस व्यक्ति को नुकसान पहुँचाया गया है, वह अदालत की सहमति से इसकी भरपाई कर सकता है।

(b) ऐसे मामलों में जहां गंभीर नुकसान पहुंचाया गया है, सजा में अधिकतम तीन साल की कैद, दस हजार रुपये तक का जुर्माना या दोनों शामिल हो सकते हैं।

Classification of offence (अपराध का वर्गीकरण)

इस धारा के तहत सजा तीन साल की जेल, दस हजार रुपये या दोनों है। यह किसी भी मजिस्ट्रेट द्वारा संज्ञेय, जमानती और विचारणीय है, और अदालत की मंजूरी से घायल व्यक्ति द्वारा इसका समझौता किया जा सकता है।

Section 125 BNS Bailable or non-bailable ?

देखिये जब हम इस तरह की Section तहत केस दर्ज होता है तो आपको आसानी से पुलिस के द्वारा जमानत मिल सकती क्योकि ये section 125 BNS एक जमानती Section है झा आपका अधिकार है आपको जमानत मिल सकती है।

या फिर आप किसी भी Magistrate के पास अपनी जमानत लगा सकते है। झा से आपको जमानत मिल सकती है और आपको तुरंत जमानत मिल जाएगी।

Punishment in Section 125 BNS ?

देखिये इस Section 125 BNS के तहत जो कोई भी इतना लापरवाह या असावधान कार्य करता है कि मानव जीवन या दूसरों की व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालता है अगर उस व्यक्ति को दोषी ठहराया जाता है तो उस व्यक्ति को 3 महीने की सजा और 2500 जुर्माना या दोनों लगाया जा सकता है।

अगर किसी व्यक्ति को नुकसान पहुंचाया जाता है किसी और व्यक्ति द्वारा तो उस दोषी को 6 महीने की सजा और 5000 रुपया जुर्माना या दोनों का प्रावधान है।

अगर किसी व्यक्ति को गंभीर नुकसान पहुंचाया गया है तो इस Section 125 BNS के तहत 3 साल की सजा और 10000 रुपए जुर्माना या फिर दोनों लगाई जा सकती है।

Comment in Section 125 BNS (समीक्षा)

आईपीसी 1860 की धारा 337, धारा 125 बीएनएस 2023 के तहत की गई टिप्पणियों के लिए आधार के रूप में कार्य करती है।

यह नहीं कहा जा सकता कि अपीलकर्ता/अभियुक्त ने अपनी पहल पर अपनी टैक्सी लापरवाही और लापरवाही से चलाई; बल्कि, उसे ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया था क्योंकि (i) उसने प्रदर्शित किया है कि उसे रेजर की नोक पर टैक्सी चलाने के लिए मजबूर किया गया था, (ii) उसकी गर्दन में चोट लगी थी, और (iii) उसे उन अपराधियों के हाथों गंभीर नुकसान होने या यहां तक ​​​​कि मौत का वास्तविक और उचित डर था जो उसकी टैक्सी के अंदर जबरन घुस गए थे। Hamza Mohd. Ibrahim Ansari Vs. State of Maharastra, 2019 (4) BomCR (Cri)

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